मेरा सफरनामा
21 बसंत......... और मैं
गुरुवार, मई 06, 2010
सौदागर
इस मौज से उस मौज को जोड़कर बना डाली इतनी तरन्नुम
और हम बेचते रहे सरे राह
अफसाने लिखे जायेगें फकत एक शिकायत के साथ
हम सौदागर जो थे
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